
सुशांत केस में क्यों पड़ सकती है पॉलीग्राफ टेस्ट की जरूरत, जानें- रिया के ना कहने पर क्या होगा?
सीबीआई जांच का है हिस्सा
बता दें कि सीबीआई ज्यादातर हाई-प्रोफाइल केसेज में पॉलिग्राफ टेस्ट करती है। ऐसा पहले भी किया जा सकता है। जिसका पॉलिग्राफ टेस्ट होना है उसका अप्रूवल लिया जाता है। इसके साथ टेस्ट के एक्सेस वकील को दिया जाता है और इसके लिए जूडिशल मजिस्ट्रेट से परमिशन लेनी पड़ती है।
क्या होगा अगर रिया ने कहा न…
जानकारी के मुताबिक, अगर अप्रूवल लेने के दौरान रिया चक्रवर्ती या किसी ने इस टेस्ट के लिए न कहा तो यह बात सीबीआई अपनी फाइनल रिपोर्ट में लिखेगी। वहीं टेस्ट के बाद जो बातें सामने आएंगी उनको सबूत के तौर पर तो नहीं रखा जा सकता लेकिन CBI इन्हें फाइनल रिपोर्ट में ऐड कर सकेगी।
इसलिए करना पड़ सकता है पॉलिग्राफ टेस्ट
इस केस में सीबीआई को लाई डिटेक्टर टेस्ट की जरूरत इसलिए पड़ सकती है क्योंकि मुख्य गवाहों के बयान आपस में मैच नहीं कर रहे हैं। नीरज, सिद्धार्थ पिठानी और सैमुअल मिरांडा को बार-बार बुलाकर सवाल किए जा चुके हैं। इस टेस्ट से सीबीआई को काफी मदद मिल सकती है।