
India China Border Tension: भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की वार्ता आज, पहली बार MEA के वरिष्ठ अधिकारी होंगे शामिल
एलएसी पर टेंशन के बीच भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता सोमवार को होने जा रही है। यह वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन वाले हिस्से मोल्दो में सुबह 9 बजे होगी। भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान पहली बार विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। भारत-चीन के बीच होने वाली कमांडर लेवल की बातचीत में अधिक से अधिक ठोस नतीजा हासिल किया जा सके, इसके लिए भारत सरकार ने ये रणनीति अपनाई है।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व 14 कोर के लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे, जबकि पीएलए मेजर जनरल लिन लियू द्वारा चीनी का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में विदेश मंत्रालय (MEA) के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव के साथ-साथ मेजर जनरल अभिजीत बापट और मेजर जनरल पदम शेखावत शामिल होंगे। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के महानिरीक्षक दीपम सेठ भी बैठक का हिस्सा होंगे।
वार्ता में चीन की तरफ से भी उनके राजनयिक आ सकते हैं। कमांडर लेवल की बातचीत में राजनयिक और आर्मी हेडक्वार्टर के सीनियर ऑफिसर के रहने के फायदे की बात करें तो मास्को में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच पांच बिंदुओं पर बनी सहमति को जमीन पर लागू करवाने का प्रयास किया जा रहा है। संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव WMCC की मीटिंग को लीड करते रहे हैं। विदेश मंत्रालय में चीन डेस्क के प्रभारी हैं। सीमा विवाद को लेकर सबसे ज्यादा अपडेट उनके पास है।
कमांडर स्तर की बातचीत में इनके रहने से बातचीत को हैंडल करने में मदद मिलेगी। LAC पर तनाव घटने से एक माहौल बनेगा ताकि निकट भविष्य में मोदी-जिनपिंग की मुलाकात हो सके। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनातनी के बीच भारत और चीन लगातार वार्ता के जरिए सीमा विवाद का हल निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं।